भेषज विकास योजना 1949
- भेषज विकास योजना 1949 के तहत हर्बल स्टेट परिकल्पना को साकार रूप देने के लिए शुरू की गयी
- भेषज विकास योजना बनाने में मुख्य श्रेय श्री प्रजापति जोशी की • प्रारम्भ में भेषज विकास योजना का प्रसार अल्मोड़ा व नैनीताल तक सीमित रखा
- इस योजना के तहत रानीखेत में कोऑपरेटिव ड्रग फैक्ट्री का निर्माण किया 1953 में औषधि निर्माण कार्य प्रारम्भ किया
- कोऑपरेटिव ड्रग फैक्ट्री में प्रथम प्रबन्धक का कार्य भेषज विशेषज्ञ श्री प्रजापति जोशी ने किया
- भेषज विकास योजना का 1955 में विस्तार टिहरी व पौड़ी में हुआ 1984 ई0 में इण्डियन मेडिसिन फार्मास्यूटिकल कम्पनी लिमिटेड की स्थापना मोहान बगान अल्मोंडा में की गयी इसके प्रथम प्रबंध निदेशक श्री प्रजापति जोशी थे
- राज्य सरकार द्वारा 1972 में भेषज विकास योजना को विस्तार दिया गया, 1972 में पर्वतीय क्षेत्रों में भेषज पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की गयी
- 1980 में जिलेवार सहकारिता विभाग ने भेषज संघ की स्थापना की
- सर्वप्रथम पिथौरागढ व नैनीताल में भेषज संघ की स्थापना हुयी सरकार द्वारा 1989 में गोपेश्वर में जड़ी-बूटी शोध एवं विकास संस्थान की स्थापना की गयी
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