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उत्तराखंड संस्कृत शिक्षा विभाग (उत्तराखण्ड संस्कृत अकादमी, हरिद्वार द्वारा संचालित योजनाएं/पाठ्यक्रम)/Uttarakhand Sanskrit Education Department (Schemes/Courses run by Uttarakhand Sanskrit Academy, Haridwar)

 

उत्तराखंड  संस्कृत  शिक्षा विभाग  (उत्तराखण्ड संस्कृत अकादमी, हरिद्वार द्वारा संचालित योजनाएं/पाठ्यक्रम)/Uttarakhand Sanskrit Education Department (Schemes/Courses run by Uttarakhand Sanskrit Academy, Haridwar)
 

योजना का नाम:- संस्कृत छात्र  प्रतियोगिता-  (1.संस्कृत नाटक,  2. समूहगान,  समूहनृत्य,  वाद-विवाद,  आशुभाषण  श्लोकोच्चारण)

लाभ:- प्रत्येक स्तर पर कनिष्ठ एवं वरिष्ठ वर्ग की  पृथक-पृथक 06 प्रतियोगिताएं आयोजित  की जाती है। 1.विकासखण्ड स्तर पर आयोजित  प्रतियोगिताओं में टीम इवेंट में न्यूनतम  रू0 300/- एवं अधिकतम रू0 800/-  तथा व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धा में न्यूनतम रू0  300/- एवं अधिकतम रू0 500/-  पुस्रकार के रूप में प्रदान किया जाता है।  2. जनपद स्तर पर आयोजित  प्रतियोगिताओं में टीम इवेंट में न्यूनतम  रू0 400/- एवं अधिकतम रू0 2000/-  तथा व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धा में न्यूनतम रू0  400/- एवं अधिकतम रू0 800/-  पुस्रकार के रूप में प्रदान किया जाता है। 1 राज्य स्तर पर आयोजित प्रतियोगिताओं  में टीम इवेंट में न्यूनतम रू0 3000/-  एवं अधिकतम रू0 20000/- तथा  व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धा में न्यूनतम रू0  1500/- एवं अधिकतम रू0 5000/-  पुस्रकार के रूप में प्रदान किया जाता है।  

पात्रता/लाभार्थी:- उत्तराखण्ड राज्य के किसी भी राजकीय /अशासकीय/निजी विद्यालय के कनिष्ठ  वर्ग में (कक्षा 06 से 10 तक) एवं वरिष्ठ  वर्ग में (कक्षा 11 से स्नातकोत्तर कक्षा  तक) अध्ययनरत संस्थागत छात्र व छात्राऐं  (इसमें सभी छात्र/छात्राए सम्मिलित होंगी  किंतु बीएड, पीएचडी एवं डिप्लोमा  पाठ्यक्रम के छात्र-छात्राओं का प्रतिभाग  प्रतिबंधित है।ं) प्रतिभाग करती हैं।  यह प्रतियोगिता साल में एक बार (आम  तौर पर सितम्बर-नवम्बर तक) आयोजित  होती है। इसका विज्ञापन/अधिसूचना  अकादमी जारी करके संबंधित जनपद  संयोजक एवं खण्ड संयोजक को भेजती  है।  

 आवेदन प्रक्रिया एवं चयन प्रक्रिया:- छात्र/छात्रा का चयन विद्यालय /कॉलेज स्तर पर करने  के उपरांत, प्रधानाचार्य की संस्तुति सहित प्रतिभाग हेतु खण्ड शिक्षाधिकारी/खण्ड संयोजक को प्रस्तुत किया जाता  है। खण्ड स्तरीय प्रतियोगिता में प्रथम स्थान, द्वितीय स्थान  एवं तृतीय स्थान प्राप्त प्रतिभागी/समूह को पुरस्कार  धनराशि दी जाती है। उसके उपरांत प्रथम एवं द्वितीय  स्थान प्राप्त समस्त प्रतिभागी जनपद स्तर पर आयोजित प्रतियोगिता में प्रतिभाग करते हैं। जनपद स्तरीय प्रतियोगिता  में प्रथम स्थान, द्वितीय स्थान एवं तृतीय स्थान प्राप्त  प्रतिभागी/समूह को पुरस्कार धनराशि दी जाती है। जनपद  स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त समस्त प्रतिभागी/दल राज्य  स्तरीय प्रतियोगिता में प्रतिभाग करते हैं तथा राज्य स्तरीय  प्रतियोगिता में प्रथम स्थान, द्वितीय स्थान एवं तृतीय स्थान  प्राप्त प्रतिभागी/समूह को पुरस्कार धनराशि दी जाती है।  

 

योजना का नाम:- अखिल भारतीय  संस्कृत कवि  सम्मेलन

 लाभ:- प्रत्येक आमन्त्रित कवि को मानदेय  रु.3000/- प्रदान किया जाता है।  

पात्रता/लाभार्थी:- उत्तराखण्ड सहित अन्य प्रदेशों के संस्कृत  कवि

 आवेदन प्रक्रिया एवं चयन प्रक्रिया:- यह आयोजन 15 अगस्त एवं 26 जनवरी को उत्तराखण्ड  संस्कृत अकादमी द्वारा कराया जाता है। देश के विद्यालय,  महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय में अध्यापनरत शिक्षक जो  संस्कृत कवि के रूप में विख्यात हों की सूची तैयार कर  कार्यक्रम संयोजक द्वारा प्रस्तावित कवियों की सूची सक्षम  अधिकारी के सम्मुख प्रस्तुत की जाती है। तदनुसार सचिव, उत्तराखण्ड संस्कृत अकादमी द्वारा संस्तुत कवियों को  काव्यपाठ हेतु आमन्त्रित किया जाता है।

 

योजना का नाम:- संस्कृत छात्र  प्रतिभा सम्मान

लाभ:- प्रथम स्थान प्राप्तकर्ता रू0 5,000/- द्वितीय स्थान प्राप्तकर्ता रू0 4,000/- तृतीय स्थान प्राप्तकर्ता रू0 3,000/-

पात्रता/लाभार्थी:-  संबंधित छात्र/छात्रा द्वारा प्रदेश के  हाईस्कूल परीक्षा (विद्यालयी शिक्षा परिषद)  में संस्कृत विषय में / इण्टरमीडिएट  परीक्षा (विद्यालयी शिक्षा परिषद) में संस्कृत  विषय में /पूर्वमध्यमा परीक्षा (संस्कृत  शिक्षा परिषद) /उत्तरमध्यमा परीक्षा  (संस्कृत शिक्षा परिषद) /शास्त्री व  आचार्य (उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय  हरिद्वार एवं केन्दीय संस्कृत संस्थान  देवप्रयाग) की कक्षाओं /स्नातक व  स्नातकोत्तर कक्षाओं में संस्कृत विषय में  प्राप्तांको के आधार पर प्रथम, द्वितीय व  तृतीय स्थान प्राप्तकर्ता।  

आवेदन प्रक्रिया एवं चयन प्रक्रिया:- अकादमी द्वारा संबंधित बोर्ड के सचिव से पत्राचार करके,  संबंधित सत्र के हाईस्कूल व इण्टर परीक्षा में संस्कृत विषय  में सर्वाधिक अंक प्राप्तकर्ता छात्र/छात्रा की सूचना प्राप्त की  जाती है।  अकादमी द्वारा संबंधित विश्वविद्यालय के परीक्षा  नियंत्रक/कुलसचिव से पत्राचार करके, स्नातक व  स्नातकोत्तर कक्षाओं में संस्कृत विषय में प्रथम, द्वितीय व  तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों की सूची प्राप्त की  जाती है। सम्मान समारोह आयोजित कर चैक द्वारा भुगतान किया  जाता है।  


योजना का नाम:- अनुसचित जाति  एवं अनु. जनजाति  के छात्रों के लिए  संस्कृत छात्रवृत्ति  योजना

लाभ:- कक्षा 6 से 8 तक के छात्र/छात्रा को रू0  300/-प्रतिमाह, कक्षा 9-10 के  छात्र/छात्रा को रू0 400/-प्रतिमाह एवं  कक्षा 11-12 के छात्र/छात्रा को रू0  500/-प्रतिमाह प्रदान किया जाता है।  

पात्रता/लाभार्थी:- प्रदेश के संस्कृत विद्यालयों में कक्षा 06 से  कक्षा 12 तक के अध्ययनरत संस्थागत  100 छात्र-छात्रायें, जिनके पास अनुसूचित  जाति व अनुसूचित जनजाति का प्रमाण  पत्र हो, वे अर्ह होंगे।  

आवेदन प्रक्रिया एवं चयन प्रक्रिया:- संस्कृत विद्यालय/महाविद्यालय में अध्ययनरत अनुजाति/जनजाति के संस्थागत छात्रछात्रा, जिनके पास जाति  का प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, बैंक खाता हो, अपने दस्तावेज  संबंधित प्रधानाचार्य को प्रस्तुत करेंगे तथा प्रधानाचार्य  संस्तुति सहित सहायक निदेशक, संस्कृत शिक्षा उत्तराखण्ड  को प्रेषित करेगे, जिसे वह निदेशक को अग्रसारित करेगे  तथा निदेशक की संस्तुति के पश्चात् छात्रवृत्ति ऑनलाइन  प्रदान की जाती है।

 

योजना का नाम:- संस्कृत शोध  छात्रवृत्ति योजना

राज्य के समस्त विश्वविद्यालयों में संस्कृत  विषय में पी.एच.डी हेतु पंजीकृत 20 छात्र-  छात्राओं को वार्षिक रु.40,000/- की  शोध छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है। यह  छात्रवृति 03 वर्ष हेतु रू0 40,000.00  प्रतिवर्ष दी जाती है जिसे प्रत्येक सत्र/वर्ष  में आवेदन देकर नवीनीकृत कराना होगा।

शोध छात्रवृत्ति के लिए सामान्य श्रेणी के  10, अनुसूचित जाति व अनुसूचित  जनजाति के 05 व आर्थिक रूप से  कमजोर वर्ग के प्रमाणपत्र धारित के 05  सहित कुल 20 पंजीकृत/अध्ययनरत  शोधछात्रों को नेट परीक्षा में सर्वाधिक  प्राप्तांक के आधार पर चयन किया जाता  है।

आवेदन प्रक्रिया एवं चयन प्रक्रिया:- शोधछात्र वृत्ति हेतु प्रतिवर्ष दैनिक समाचार पत्रों एवं  अकादमी की बेबसाईड पर विज्ञापन प्रकाशित कर आवेदन  पत्र आमंत्रित किये जाते हैं। आवेदक समस्त दस्तावेजों के  साथ, आधार कार्ड, नेट परीक्षा अंकपत्र, शैक्षिक प्रमाण पत्र,  पीएचडी पंजीकरण प्रमाण पत्र, बैंक खाता संबंधी दस्तावेजों  के साथ आवेदन करना पडता है। प्राप्त आवेदनों को चयन  समिति द्वारा परीक्षण के पश्चात् अर्ह शोधछात्रों को संस्कृत  विषय में शोध हेतु वार्षिक छात्रवृत्ति दी जाती है।  

 

उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय, हरिद्वार द्वारा संचालित योजनाएं/पाठ्यक्रम

योजना का नाम:- पी.जी. डिप्लोमा  (P G DIPLOMA) 1. ज्योतिश 2. वास्तुषास्त्र 3. योग 4. कम्प्यूटर  एप्लीकेषन 5. पौरोहित्य एवं  कर्मकाण्ड

 

 लाभ:- स्वरोजगारपरक डिप्लोमा (एक वर्ष )

पात्रता/लाभार्थी:- स्नातक छात्र/छात्रा (किसी भी संकाय  से)

आवेदन प्रक्रिया एवं चयन प्रक्रिया:- आवेदन विश्वविद्यालय से प्राप्त कर ऑफलाइन जमा करना  पडता है। आवेदन प्रक्रिया जून से अगस्त माह तक चलती  है। आवेदन जमा करते समय वांछित योग्यता से संबंधित अंकपत्र/प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, स्थानान्तरण/प्रवर्जन  प्रमाण पत्र, पूर्व संस्था का चरित्र प्रमाण पत्र, (शिक्षणेत्तर  कार्यक्रम में प्रवीणता का प्रमाण पत्र यदि हो), संलग्न करने  होंगे। प्रति पाठ्यक्रम निर्धारित शुल्क रू0 10,000/-है।

 

योजना का नाम:- सर्टिफिकेट  (CERTIFICATE) 1. योग 2. संस्कृत 3. कर्मकाण्ड 4. कम्यूनिकेटिव  इंग्लिस  5. पर्यावरणीय  जागरूकता

लाभ:- स्वरोजगारपरक कोर्स (06 माह)

पात्रता/लाभार्थी:- 10+2 अथवा समकक्ष

आवेदन प्रक्रिया एवं चयन प्रक्रिया:- आवेदन विश्वविद्यालय से प्राप्त कर ऑफलाइन जमा करना  पडता है। आवेदन प्रक्रिया जून से अगस्त माह तक चलती  है। सत्र प्रारम्भ 01 अगस्त से होता है। आवेदन जमा करते समय वांछित योग्यता से संबंधित  अंकपत्र/प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, स्थानान्तरण/प्रवर्जन  प्रमाण पत्र, पूर्व संस्था का चरित्र प्रमाण पत्र,, संलग्न करने  होंगे। प्रति पाठ्यक्रम निर्धारित शुल्क रू0 6000/-है।

 

योजना का नाम:- मैरिट के आधार  पर छात्रवृत्ति

लाभ:- उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय के  स्नातक एवं स्नातकोत्तर कक्षाओं में प्रति  कक्षा एक छात्र/छात्रा को संबंधित कक्षा  के शिक्षण षुल्क की राशि के बराबर  छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है।  

पात्रता/लाभार्थी:- संबंधित पाठ्यक्रम/कक्षा/विशय में  सर्वाधिक अंक प्राप्तकर्ता विद्यार्थी छात्रवृत्ति के लिये अर्ह होगा।

आवेदन प्रक्रिया एवं चयन प्रक्रिया:- विश्वविद्यालय स्तर पर छात्रवृत्ति प्रकोश्ठ का गठन किया  गया है। छात्रवृत्ति प्रकोश्ठ छात्र/छात्राओं हेतु आवेदन पत्र  निर्गत करती है। संबंधित विद्यार्थी हाईस्कूल प्रमाण पत्र,  आधार कार्ड, संबंधित कक्षा का अंकपत्र, बैंक खाता विवरण  के साथ आवेदन पत्र भरकर प्रकोष्ठ में जमा करेंगे। प्रकोश्ठ  आवेदनों की स्क्रूटनी करने के उपरान्त पात्र छात्र/छात्राओं  की सूची जारी करता है। प्रषासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति  के उपरान्त अर्ह छात्र/छात्राओं के बैंक खातों में धनराषि  प्रेशित की जाती है।  

योजना का नाम:- निर्धन छात्रों को  छात्रवृत्ति

लाभ:- उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय के  स्नातक एवं स्नातकोत्तर कक्षाओं में प्रति कक्षा एक छात्र/छात्रा को संबंधित कक्षा  के शिक्षण षुल्क की राशि के बराबर  छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है।  

पात्रता/लाभार्थी:- स्नातक एवं स्नातकोत्तर कक्षाओं में प्रति  कक्षा एक छात्र  संबंधित पाठ्यक्रम/कक्षा/ विशय में  सबसे न्यूनतम वार्शिक आय (समस्त  आवेदकों में से, जिसका आय प्रमाण पत्र  न्यूनतम राशि का हो) धारित करने वाले  विद्यार्थी उक्त छात्रवृत्ति के लिये अर्ह  होंगे।

आवेदन प्रक्रिया एवं चयन प्रक्रिया:- विश्वविद्यालय स्तर पर छात्रवृत्ति प्रकोश्ठ का गठन किया  गया है। छात्रवृत्ति प्रकोश्ठ छात्र/छात्राओं हेतु आवेदन पत्र  निर्गत करती है। विद्यार्थी हाईस्कूल प्रमाण पत्र, आधार कार्ड,  आय प्रमाण पत्र, बैंक खाता विवरण, विश्वविद्यालय का  पहचान पत्र के साथ आवेदन पत्र भरकर प्रकोष्ठ में जमा  करेंगे।प्रकोश्ठ आवेदनों की स्क्रूटनी करने के उपरान्त पात्र  छात्र/छात्राओं की सूची जारी करता है। प्रषासनिक एवं  वित्तीय स्वीकृति के उपरान्त अर्ह छात्र/छात्राओं के बैंक  खातों में धनराषि प्रेशित की जाती है।