उत्तराखंड में विद्युत एवं इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग| Electrical and Electronics Industry in Uttarakhand |
उत्तराखंड में विद्युत उद्योग:
उत्तराखंड में विद्युत उद्योग राज्य की अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यहाँ पनबिजली उत्पादन क्षमता 21,000 मेगावाट है, जो भारत में सबसे अधिक है। राज्य में 134 पनबिजली परियोजनाएं हैं, जिनमें से 100 से अधिक चालू हैं।
विद्युत उद्योग के कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:
- स्थापना: उत्तराखंड में पहली पनबिजली परियोजना 1907 में स्थापित हुई थी।
- क्षेत्र: पनबिजली परियोजनाएं राज्य के सभी 13 जिलों में फैली हुई हैं।
- उत्पादन: 2020-21 में, उत्तराखंड में 12,500 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन हुआ था।
- रोजगार: विद्युत उद्योग उत्तराखंड में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 25,000 से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान करता है।
- चुनौतियाँ: विद्युत उद्योग को गाद, भूकंप और मानसून जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
उत्तराखंड सरकार ने विद्युत उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कई पहल की हैं, जिनमें शामिल हैं:
- नई पनबिजली परियोजनाओं का निर्माण: सरकार राज्य में नई पनबिजली परियोजनाओं का निर्माण कर रही है।
- विद्युत वितरण प्रणाली का सुधार: सरकार राज्य में विद्युत वितरण प्रणाली का सुधार कर रही है।
- नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देना: सरकार राज्य में नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा दे रही है।
उत्तराखंड में विद्युत उद्योग के लिए भविष्य की संभावनाएं उज्ज्वल हैं।:- सरकार की पहलों और निजी क्षेत्र के निवेश से, यह उद्योग राज्य की अर्थव्यवस्था में और अधिक महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है।
- उत्तराखंड भारत में जल विद्युत उत्पादन का एक प्रमुख केंद्र है।
- राज्य में 100 से अधिक जल विद्युत परियोजनाएं हैं जिनकी कुल स्थापित क्षमता 4000 मेगावाट से अधिक है।
- उत्तराखंड में ताप विद्युत उत्पादन की भी कुछ इकाइयाँ हैं।
- राज्य में विद्युत की मांग लगातार बढ़ रही है।
- उत्तराखंड सरकार राज्य में विद्युत उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए कई पहल कर रही है।
उत्तराखंड में इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग भी एक उभरता हुआ उद्योग है। यहाँ इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग के लिए कई अनुकूल कारक हैं, जैसे कि:
- अच्छी तरह से विकसित बुनियादी ढांचा: उत्तराखंड में अच्छी तरह से विकसित सड़क, रेल और हवाई संपर्क हैं।
- कुशल कार्यबल: उत्तराखंड में शिक्षित और कुशल कार्यबल है।
- सरकारी प्रोत्साहन: उत्तराखंड सरकार इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कई प्रोत्साहन दे रही है।
इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग के कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:
- स्थापना: उत्तराखंड में पहला इलेक्ट्रॉनिक्स इकाई 1980 में स्थापित हुई थी।
- क्षेत्र: इलेक्ट्रॉनिक्स इकाइयाँ राज्य के सभी 13 जिलों में फैली हुई हैं।
- उत्पादन: 2020-21 में, उत्तराखंड में 5,000 करोड़ रुपये मूल्य के इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों का उत्पादन हुआ था।
- रोजगार: इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग उत्तराखंड में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 10,000 से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान करता है।
- चुनौतियाँ: इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग को बिजली की कमी, कच्चे माल की कमी और skilled workforce की कमी जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
उत्तराखंड सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कई पहल की हैं, जिनमें शामिल हैं:
- इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग के लिए विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ) की स्थापना
- उत्तराखंड में इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग का विकास तेजी से हो रहा है।
- राज्य में कई इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों ने अपनी इकाइयाँ स्थापित की हैं।
- उत्तराखंड सरकार इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कई पहल कर रही है।
उत्तराखंड में विद्युत एवं इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग के कुछ प्रमुख खिलाड़ी:
- भारतीय विद्युत प्राधिकरण (BHEL)
- लार्सन एंड टुब्रो (L&T)
- टाटा पावर
- सैमसंग
- एचपी
- लेनोवो
उत्तराखंड सरकार विद्युत एवं इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कई पहल कर रही है।
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