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द्वारहाट |Dwarahat|Uttrakhand

 


द्वाराहाट उत्तराखंड राज्य के अल्मोड़ा जिले में स्थित एक खूबसूरत पहाड़ी शहर है। इसे कभी-कभी "स्वर्ग का द्वार" भी कहा जाता है, जो इसकी शांतिपूर्ण वातावरण और मनोरम दृश्यों को दर्शाता है। मन्दिर वहुल यह स्थान रानीखेत से 21 किमी उत्तर की ओर स्थित है. मन्दिर के तीन समूह 'कवहरी मनियाँ' और 'रत्नदेव' के नाम से प्रसिद्ध हैं. अधिकांश मन्दिर मूर्तिविहीन हैं. चौथा मन्दिर गूजरदेव का है, जो कला की दृष्टि से श्रेष्ठ है. 


द्वाराहाट का इतिहास

द्वाराहाट, जिसे वैराटपट्टन और लखनपुर के नाम से भी जाना जाता है, उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में स्थित एक ऐतिहासिक शहर है। इसका इतिहास 7वीं शताब्दी से शुरू होता है, जब यह कत्यूरी राजवंश के शासन में था।

प्रमुख ऐतिहासिक घटनाएं:

  • 7वीं शताब्दी: कत्यूरी राजा ब्रह्मदेव ने द्वाराहाट की स्थापना की।
  • 8वीं-9वीं शताब्दी: कई मंदिरों का निर्माण, जैसे कि गूजरदेव मंदिर, मनिया मंदिर, और रत्नदेव मंदिर।
  • 10वीं-11वीं शताब्दी: चंद राजवंश का शासन।
  • 12वीं-13वीं शताब्दी: दिल्ली सल्तनत का आक्रमण।
  • 14वीं-15वीं शताब्दी: कुमाऊं के राजाओं का शासन।
  • 18वीं-19वीं शताब्दी: ब्रिटिश शासन।

द्वाराहाट के महत्वपूर्ण स्थल:

  • गूजरदेव मंदिर: 8वीं शताब्दी में निर्मित, यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और अपनी नक्काशीदार मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध है।
  • मनिया मंदिर: 9वीं शताब्दी में निर्मित, यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है और अपनी शिखर वास्तुकला के लिए जाना जाता है।
  • रत्नदेव मंदिर: 9वीं शताब्दी में निर्मित, यह मंदिर भगवान सूर्य को समर्पित है और अपनी पत्थर की मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध है।
  • द्वाराहाट किला: 12वीं शताब्दी में निर्मित, यह किला शहर के ऊपर स्थित है और हिमालय के मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है।

द्वाराहाट का महत्व:

  • द्वाराहाट उत्तराखंड के सबसे पुराने शहरों में से एक है।
  • यह शहर अपनी समृद्ध संस्कृति और विरासत के लिए जाना जाता है।
  • यह शहर हिंदू धर्म के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है।
  • यह शहर पर्यटकों के लिए एक लोकप्रिय आकर्षण है।

द्वाराहाट के बारे में कुछ रोचक तथ्य:

  • द्वाराहाट का नाम संस्कृत शब्द "द्वार" और "हाट" से मिलकर बना है, जिसका अर्थ है "द्वारों का बाज़ार"।
  • यह शहर कभी कुमाऊं राज्य की राजधानी हुआ करता था।
  • यह शहर अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है।

स्थिति:

यह शहर अल्मोड़ा जिले के मध्य भाग में स्थित है।

पास के क्षेत्र:

  • पूर्व में सोमेश्वर और अल्मोड़ा तहसील
  • पश्चिम में भिकियासैंण तहसील
  • उत्तर में चौखुटिया तहसील
  • दक्षिण में रानीखेत तहसील

द्वाराहाट की खासियतें:

  • प्राकृतिक सौंदर्य: द्वाराहाट हिमालय की तलहटी में स्थित है और चारों ओर से मनमोहक पहाड़ियों से घिरा हुआ है।
  • शांत वातावरण: शहर शोरगुल से दूर है और शांतिपूर्ण पलायन की तलाश करने वालों के लिए एक आदर्श स्थान है।
  • ऐतिहासिक महत्व: द्वाराहाट में कई प्राचीन मंदिर और ऐतिहासिक स्थल हैं, जो क्षेत्र के богаत (bogat) इतिहास की झलक देते हैं।
  • संस्कृति: यह शहर अपनी समृद्ध कुमाऊंनी संस्कृति के लिए जाना जाता है।
  • ट्रेकिंग: द्वाराहाट ट्रेकिंग के शौकीनों के लिए भी एक बेहतरीन ठहरने का स्थान है। आसपास के कई ट्रेकिंग मार्ग हैं जो लुभावने दृश्य पेश करते हैं।