खुरपाताल|Khurpatal |
खुरपाताल (झील) के पास वसे हुए गाँव का नाम खुरपाताल है, यह गाँव 29° 22' उत्तर अक्षांश एवं 79° 26 पूर्व देशांतर के मध्य में कोटाई माला एवं छखाता पट्टियों की सीमाओं के बीच समुद्र सतह से 1:635 मीटर की ऊँचाई पर बसा है. यह गाँव नैनीताल कालाढूंगी मार्ग पर नैनीताल से लगभग 8 किलोमीटर दूर है, यहाँ की जलवायु अस्वास्थ्यकर होने के कारण 1881 में सैनिक छावनी को यहाँ से हटा दिय गया था. यह गाँव भीमताल विकास खण्ड के अन्तर्गत है. यहाँ पर कई बीजगोदाम हैं.
खुरपाताल उत्तराखंड राज्य के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल नैनीताल से 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक झील है। इसका नाम घोड़े के खुर के आकार जैसी दिखने वाली आकृति के कारण पड़ा है। खुरपाताल को रहस्यमयी झील के रूप में जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि झील का रंग लगातार बदलता रहता है। कभी यह लाल, तो कभी हरा और कभी काला दिखाई देता है। हालांकि, असलियत में ऐसा नहीं है। झील के रंग बदलने का कारण आसपास के पेड़-पौधों और वातावरण में मौजूद सूर्य के प्रकाश का प्रतिबिंब झील के पानी पर पड़ना है। खुरपाताल झील के आसपास घना जंगल है। यहां ट्रैकिंग और पिकनिक मनाने के लिए काफी अच्छी जगह है। साथ ही, बोटिंग की सुविधा भी उपलब्ध है।
खुरपाताल|Khurpatal |
खुरपाताल का इतिहास
खुरपाताल का इतिहास बहुत पुराना है। इसका उल्लेख कई प्राचीन ग्रंथों में मिलता है। मान्यता के अनुसार, खुरपाताल का निर्माण भगवान शिव के त्रिशूल से हुआ था। कहा जाता है कि एक बार भगवान शिव और माता पार्वती इस क्षेत्र में घूम रहे थे। रास्ते में उन्हें एक राक्षस मिला। राक्षस ने उन पर हमला कर दिया। भगवान शिव ने अपने त्रिशूल से राक्षस का वध किया। त्रिशूल से निकली शक्ति ने इस झील का निर्माण किया।
खुरपाताल|Khurpatal |
खुरपाताल का नामकरण भी भगवान शिव के त्रिशूल से हुआ है। त्रिशूल को संस्कृत में "खुर" कहा जाता है। इसलिए इस झील का नाम "खुरपाताल" पड़ा।
खुरपाताल का इतिहास कई किंवदंतियों और कहानियों से भरा हुआ है। एक किंवदंती के अनुसार, इस झील में एक विशालकाय मगरमच्छ रहता है। कहा जाता है कि यह मगरमच्छ किसी को भी जीवित नहीं छोड़ता है।
एक अन्य किंवदंती के अनुसार, इस झील के पास एक गुफा है। इस गुफा में एक ऋषि रहते थे। ऋषि ने इस झील को श्राप दिया था। इस श्राप के कारण झील का पानी कभी भी शांत नहीं रहता है।
खुरपाताल का इतिहास रहस्य और रोमांच से भरा हुआ है। यह झील पर्यटकों के लिए एक आकर्षक स्थान है।
खुरपाताल|Khurpatal |
खुरपाताल के बारे में कुछ रोचक तथ्य:
- खुरपाताल झील का आकार घोड़े के खुर जैसा है।
- झील का पानी गहरा नीला है।
- झील के आसपास घने जंगल हैं।
- झील में कई प्रकार की मछलियां पाई जाती हैं।
- झील पर्यटकों के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य है।
- झील के पास कई होटल और रेस्तरां हैं।
खुरपाताल कैसे पहुंचें:
- खुरपाताल नैनीताल से 12 किलोमीटर दूर है।
- नैनीताल से खुरपाताल तक टैक्सी या बस से पहुंचा जा सकता है।
- खुरपाताल का निकटतम रेलवे स्टेशन नैनीताल है।
- खुरपाताल का निकटतम हवाई अड्डा पंतनगर है.
खुरपाताल|Khurpatal |
खुरपाताल घूमने का सबसे अच्छा समय:
- खुरपाताल घूमने का सबसे अच्छा समय अप्रैल से जून और सितंबर से नवंबर के बीच है।
- इस समय मौसम सुहावना होता है और झील का पानी भी साफ होता है।
- मानसून के दौरान झील का पानी बढ़ जाता है और यहां पहुंचना मुश्किल हो जाता है.
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