लैंसडाउन उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में स्थित एक quaint और शांत हिल स्टेशन है। 1,780 मीटर की ऊंचाई पर घने ओक और ब्लू पाइन जंगलों के बीच बसा लैंसडाउन, शहर की हलचल से आकर्षक पलायन प्रदान करता है।
मूल रूप से कलूडांडा (गढ़वाली में 'काले पहाड़' के अर्थ) के रूप में जाना जाता है, लैंसडाउन को 1887 में ब्रिटिश राज के दौरान भारत के वायसराय लॉर्ड ल Lansdowne के नाम पर बदल दिया गया था। अंग्रेजों ने लैंसडाउन को भारतीय सेना की एक विशिष्ट रेजिमेंट, गढ़वाल राइफल्स के लिए एक प्रशिक्षण केंद्र के रूप में विकसित किया। आज भी, गढ़वाल राइफल्स रेजिमेंट का कमांड कार्यालय लैंसडाउन में स्थित है।
घूमने के स्थान
- युद्ध स्मारक:-गढ़वाल राइफल्स रेजिमेंटल वॉर मेमोरियल गढ़वाल राइफल्स रेजिमेंट के सैनिकों द्वारा किए गए बलिदानों को याद करता है।
- टिप इन टॉप: यह लैंसडाउन का सबसे ऊंचा स्थान है, जो हिमालय का मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है।
- भूला ताल: यह छोटी सी झील बोटिंग और पिकनिक मनाने के लिए एक लोकप्रिय स्थान है।
- सेंट मैरी चर्च: लैंसडाउन का सबसे पुराना चर्च, 1895 में बनाया गया था।
- कलेश्वर महादेव मंदिर: भगवान शिव को समर्पित एक प्राचीन मंदिर।
लैंसडाउन का इतिहास:
प्राचीन इतिहास:
लैंसडाउन का इतिहास प्राचीन काल से जुड़ा हुआ है। यह क्षेत्र पहले 'कालूडांडा' के नाम से जाना जाता था, जिसका अर्थ गढ़वाली भाषा में 'काले पहाड़' होता है। इस क्षेत्र में कई प्राचीन मंदिर और ऐतिहासिक स्थल हैं जो इसकी समृद्ध विरासत का प्रमाण हैं।
ब्रिटिश शासन:
1887 में, लैंसडाउन को ब्रिटिश सरकार द्वारा 'लैंसडाउन' नाम दिया गया था, जो उस समय भारत के वायसराय थे। उन्होंने इस क्षेत्र को एक महत्वपूर्ण सैन्य छावनी के रूप में विकसित किया। लैंसडाउन गढ़वाल राइफल्स रेजिमेंट का घर बन गया, जो भारतीय सेना की सबसे प्रतिष्ठित रेजिमेंटों में से एक है।
स्वतंत्रता के बाद:
भारत की स्वतंत्रता के बाद, लैंसडाउन एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल बन गया। इसकी प्राकृतिक सुंदरता, शांत वातावरण और ऐतिहासिक महत्व ने इसे पर्यटकों के लिए आकर्षक बना दिया।
लैंसडाउन के इतिहास के कुछ महत्वपूर्ण बिंदु:
- 1887: लैंसडाउन का नाम बदलकर लॉर्ड लैंसडाउन के नाम पर रखा गया।
- 1893: गढ़वाल राइफल्स रेजिमेंट की स्थापना लैंसडाउन में हुई।
- 1947: भारत की स्वतंत्रता के बाद, लैंसडाउन एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल बन गया।
लैंसडाउन के इतिहास के बारे में कुछ रोचक तथ्य:
- लैंसडाउन में कई प्रसिद्ध हस्तियों के घर हैं, जिनमें राजीव गांधी, इंदिरा गांधी और जवाहरलाल नेहरू शामिल हैं।
- लैंसडाउन में गढ़वाल राइफल्स रेजिमेंट का एक संग्रहालय है जो रेजिमेंट के इतिहास और परंपराओं को दर्शाता है।
- लैंसडाउन में कई ऐतिहासिक चर्च और मंदिर हैं जो इसकी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रमाण हैं।
कैसे पहुंचे
लैंसडाउन उत्तराखंड के प्रमुख शहरों कोटद्वार, ऋषिकेश और हरिद्वार से सड़क मार्ग द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। निकटतम रेलवे स्टेशन कोटद्वार रेलवे स्टेशन है, जो लगभग 44 किमी दूर स्थित है। देहरादून हवाई अड्डा निकटतम घरेलू हवाई अड्डा है, जो 140 किमी की दूरी पर है।
लैंसडाउन के इतिहास के बारे में अधिक जानने के लिए, आप इन संसाधनों का उपयोग कर सकते हैं:
- लैंसडाउन की आधिकारिक वेबसाइट: https://lansdowne.cantt.gov.in/
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