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कालाढूंगी: उत्तराखंड का रत्न|Kaladhungi: Gem of Uttarakhand

 

कालाढूंगी: उत्तराखंड का रत्न|Kaladhungi: Gem of Uttarakhand


कालाढूंगी (नैनीताल)

कालाढूंगी के नाम से जाना जाने वाला यह कस्वा समुद्र तल से 395 मीटर ऊँचाई पर नैनीताल-मुरादाबाद मार्ग पर हल्द्वानी से 27 किमी व नैनीताल से 26 किमी की दूरी पर स्थित है. यह कस्वा धपलागाँव से 5 किमी फैले हुए भूस्खलन द्वारा निर्मित एक बहुत बड़े तालुज के अधोभाग में बसा हुआ है. यहाँ की प्राकृतिक छटा अद्वितीय है.

इतिहास:

कालाढूंगी का इतिहास 12वीं शताब्दी तक जाता है। यह कुमाऊं क्षेत्र के राजाओं के अधीन रहा है और बाद में ब्रिटिश शासन के अधीन आया।

आकर्षण:

  • स्वच्छता: कालाढूंगी को "उत्तराखंड का सबसे स्वच्छ शहर" माना जाता है। 2017 में स्वच्छ भारत अभियान के तहत इसे भारत का 111वां सबसे साफ शहर घोषित किया गया था।
  • प्राकृतिक सुंदरता: कालाढूंगी चारों ओर से पहाड़ियों से घिरा हुआ है, जो मनोरम दृश्य प्रस्तुत करते हैं।
  • धार्मिक स्थल: कालाढूंगी में अनेक प्राचीन मंदिर हैं, जिनमें हनुमान मंदिर, शीतला माता मंदिर, और भैरव मंदिर प्रसिद्ध हैं।
  • सांस्कृतिक विरासत: कालाढूंगी अपनी समृद्ध संस्कृति और परंपराओं के लिए जाना जाता है। यहाँ के लोग कुमाऊँनी भाषा बोलते हैं और रंग-बिरंगे वस्त्र पहनते हैं।
  • स्थानीय व्यंजन: कालाढूंगी में आपको स्वादिष्ट कुमाऊँनी व्यंजन मिलेंगे, जैसे कि कपड़े, बड़ूआ, मैदा रोटी, और भट्ट की रोटी

कालाढूंगी: उत्तराखंड का रत्न|Kaladhungi: Gem of Uttarakhand


कैसे पहुंचें:

  • हवाई मार्ग: पंतनगर हवाई अड्डा (30 किलोमीटर दूर) कालाढूंगी का निकटतम हवाई अड्डा है।
  • रेल मार्ग: कालाढूंगी रेलवे स्टेशन रेल द्वारा शहर से जुड़ा हुआ है।
  • सड़क मार्ग: कालाढूंगी सड़क मार्ग द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। आप बस या टैक्सी द्वारा यहां पहुंच सकते हैं।

कालाढूंगी घूमने का सबसे अच्छा समय:

सितंबर से मार्च तक का समय कालाढूंगी घूमने के लिए सबसे अच्छा होता है। इस दौरान मौसम सुखद होता है और आप आसपास के पर्यटन स्थलों का आनंद ले सकते हैं।

कालाढूंगी में कहाँ रुकें:

कालाढूंगी में बजट और सुविधाओं के अनुसार कई होटल और गेस्ट हाउस उपलब्ध हैं।


कालाढूंगी: उत्तराखंड का रत्न|Kaladhungi: Gem of Uttarakhand


कालाढूंगी में क्या करें:

  • मंदिरों में दर्शन करें: कालाढूंगी के प्रसिद्ध मंदिरों में दर्शन करें और आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त करें।
  • प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लें: कालाढूंगी के आसपास के पहाड़ों और झीलों की सुंदरता का आनंद लें।
  • स्थानीय व्यंजनों का स्वाद लें: कालाढूंगी के स्वादिष्ट कुमाऊँनी व्यंजनों का स्वाद लें।
  • स्थानीय बाजारों में खरीदारी करें: कालाढूंगी के स्थानीय बाजारों में हस्तशिल्प, कलाकृति और स्मृति चिन्ह खरीदें।

कालाढूंगी निश्चित रूप से उत्तराखंड की यात्रा में शामिल करने लायक एक रत्न है। यह आपको अपनी प्राकृतिक सुंदरता, स्वच्छ वातावरण और समृद्ध संस्कृति से मंत्रमुग्ध कर देगा।