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टनकपुर|Tanakpur

 

टनकपुर|Tanakpur

टनकपुर (चम्पावत)

टनकपुर एक अत्यन्त मनोरम स्थल है, जो शारदा नदी के बाएँ तट पर नैनीताल से लगभग 100 किमी दूर है, यहाँ से इसके उत्तर में अल्मोड़ा तथा दक्षिण में स्थित पीलीभीत हेतु सङ़क मार्ग है. इस नगर की स्थापना 1880 ई. में हुई टी. यह नदी से 12 मीटर की ऊँचाई पर शुष्क स्थान पर बसा है, टनकपुर में तराशे हुए सुन्दर पत्थरों की दुकानें. ये पर प्रचुर परिमाण में इमारती लकड़ी, पशुओं की खालें कत्या, शहद तथा वन सम्बन्धी छोटे- छोटे उत्पादन निर्माण किए जाते हैं.


भौगोलिक स्थिति:

टनकपुर, उत्तराखंड राज्य के चंपावत जिले में स्थित एक शहर है। यह हिमालय की तलहटी में भाभर क्षेत्र में स्थित है। टनकपुर की भौगोलिक स्थिति 29°22′N 80°07′E पर है। इसकी समुद्र तल से औसत ऊंचाई 255 मीटर (837 फीट) है।

टनकपुर का इतिहास:

टनकपुर का इतिहास काफी पुराना और रोचक है। यह शहर 8वीं शताब्दी से बसा हुआ है, और इसका उल्लेख प्राचीन ग्रंथों में भी मिलता है।

प्राचीन इतिहास:

  • कत्युरी राजवंश: टनकपुर का उल्लेख सबसे पहले कत्युरी राजवंश के शासनकाल में मिलता है। 8वीं शताब्दी में, कत्युरी राजा धर्मपाल ने इस क्षेत्र पर शासन किया था।
  • कुमाऊंनी राजवंश: 12वीं शताब्दी में, कुमाऊंनी राजवंश ने इस क्षेत्र पर नियंत्रण कर लिया। कुमाऊंनी राजाओं ने टनकपुर को एक महत्वपूर्ण व्यापारिक केंद्र के रूप में विकसित किया।
  • गढ़वाल राजवंश: 18वीं शताब्दी में, गढ़वाल राजवंश ने टनकपुर पर कब्जा कर लिया। गढ़वाल राजाओं ने इस क्षेत्र में कई मंदिरों और किलों का निर्माण करवाया।

आधुनिक इतिहास:

  • ब्रिटिश शासन: 1816 में, अंग्रेजों ने टनकपुर पर कब्जा कर लिया। ब्रिटिश शासनकाल में, टनकपुर एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक केंद्र बन गया।
  • आजादी के बाद: भारत की स्वतंत्रता के बाद, टनकपुर उत्तराखंड राज्य का हिस्सा बन गया। आज, टनकपुर एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल और व्यापारिक केंद्र है।

टनकपुर के इतिहास से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण घटनाएं:

  • 8वीं शताब्दी: कत्युरी राजा धर्मपाल ने इस क्षेत्र पर शासन किया।
  • 12वीं शताब्दी: कुमाऊंनी राजवंश ने इस क्षेत्र पर नियंत्रण कर लिया।
  • 18वीं शताब्दी: गढ़वाल राजवंश ने टनकपुर पर कब्जा कर लिया।
  • 1816: अंग्रेजों ने टनकपुर पर कब्जा कर लिया।
  • 1947: भारत की स्वतंत्रता के बाद, टनकपुर उत्तराखंड राज्य का हिस्सा बन गया।

जलवायु:

टनकपुर में उपोष्णकटिबंधीय जलवायु होती है। गर्मियों में तापमान 40°C (104°F) तक पहुंच सकता है, जबकि सर्दियों में तापमान 4°C (39°F) तक गिर सकता है। यहां साल भर बारिश होती है, लेकिन मानसून के दौरान (जून-सितंबर) सबसे अधिक बारिश होती है।

जनसंख्या:

2011 की जनगणना के अनुसार, टनकपुर की जनसंख्या 17,626 है। पुरुषों की आबादी 52% और महिलाओं की आबादी 48% है। टनकपुर में साक्षरता दर 74.9% है, जो राष्ट्रीय औसत 74.04% से अधिक है। पुरुष साक्षरता 83.7% है और महिला साक्षरता 65.1% है। टनकपुर में 6 वर्ष से कम आयु के बच्चों की जनसंख्या 13.9% है।

अर्थव्यवस्था:

टनकपुर की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि, व्यापार और पर्यटन पर आधारित है। यहां गेहूं, धान, दालें और गन्ना जैसी विभिन्न प्रकार की फसलें उगाई जाती हैं। टनकपुर एक महत्वपूर्ण व्यापारिक केंद्र भी है। यह शहर पर्यटकों के बीच भी लोकप्रिय है।

संस्कृति:

टनकपुर की संस्कृति समृद्ध और विविध है। यहां के लोग कुमाऊंनी भाषा बोलते हैं। टनकपुर में कई त्योहार मनाए जाते हैं, जिनमें होली, दीवाली, दशहरा और बैसाखी शामिल हैं।

शिक्षा:

टनकपुर में कई स्कूल और कॉलेज हैं। यहां का सबसे प्रसिद्ध शिक्षण संस्थान राजकीय महाविद्यालय टनकपुर है।

स्वास्थ्य:

टनकपुर में कई अस्पताल और डिस्पेंसरी हैं। यहां का सबसे बड़ा अस्पताल जिला चिकित्सालय टनकपुर है।

प्रमुख पर्यटन स्थल:

  • शारदा नदी:यह नदी टनकपुर से होकर बहती है। नौका विहार और मछली पकड़ने के लिए यह स्थान लोकप्रिय है।

  • टांडा झील: यह झील टनकपुर से लगभग 10 किलोमीटर दूर स्थित है। यह अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है।

  • देवीधुरा धाम:यह मंदिर देवी दुर्गा को समर्पित है। यह मंदिर टनकपुर से लगभग 20 किलोमीटर दूर स्थित है।

  • पंचेश्वर मंदिर:यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर टनकपुर से लगभग 30 किलोमीटर दूर स्थित है।

  • महाकाली मंदिर:यह मंदिर देवी काली को समर्पित है। यह मंदिर टनकपुर से लगभग 40 किलोमीटर दूर स्थित है।