Total Count

कार्तिक स्वामी मंदिर, उत्तराखंड |Kartik Swami Temple, Uttarakhand

 

कार्तिक स्वामी मंदिर,

कार्तिक स्वामी मंदिर, उत्तराखंड में भगवान कार्तिकेय (भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र) को समर्पित एक प्राचीन मंदिर है। यह अपनी धार्मिक महत्ता और अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। यह मंदिर 3048 मीटर (10,000 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है और रुद्रप्रयाग जिले में एक प्रमुख तीर्थ स्थल है।


कार्तिक स्वामी मंदिर का परिचय

  • समर्पित देवता: भगवान कार्तिकेय
  • स्थान: कंठगांव, रुद्रप्रयाग जिला, उत्तराखंड
  • ऊंचाई: लगभग 10,000 फीट
  • महत्व: यह मंदिर उन भक्तों के लिए महत्वपूर्ण है, जो भगवान कार्तिकेय की पूजा करते हैं। यहाँ भगवान कार्तिकेय की एक मूर्ति स्थापित है, जो उनके त्याग और समर्पण को दर्शाती है।

पौराणिक कथा

मंदिर से जुड़ी एक पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार भगवान शिव ने अपने दोनों पुत्रों (कार्तिकेय और गणेश) को पृथ्वी का चक्कर लगाने की प्रतियोगिता दी। भगवान गणेश ने अपनी चतुराई का उपयोग करते हुए माता पार्वती और भगवान शिव के चारों ओर परिक्रमा की और विजयी बने।
भगवान कार्तिकेय ने इसे अन्याय समझा और उन्होंने अपनी निष्ठा का प्रमाण देने के लिए भगवान शिव को अपना मांस और अस्थियां समर्पित कर दीं। इस त्याग से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने इस स्थान को पवित्र बनाया।


मंदिर तक पहुंचने का रास्ता

  1. निकटतम शहर:
    • रुद्रप्रयाग से लगभग 40 किमी दूर।
    • कंठगांव तक वाहन से पहुंचा जा सकता है।
  2. पैदल मार्ग:
    • कंठगांव से मंदिर तक लगभग 3 किमी का ट्रेक करना होता है। यह ट्रेक आसान है और सुंदर प्राकृतिक नज़ारे प्रदान करता है।

कार्तिक स्वामी मंदिर के मुख्य आकर्षण

  1. प्राकृतिक सौंदर्य:
    • मंदिर से हिमालय की चोटियों जैसे नीलकंठ, केदारनाथ, चौखंबा और नंदा देवी के शानदार दृश्य दिखाई देते हैं।
  2. शांति और आध्यात्मिकता:
    • मंदिर का वातावरण भक्तों को मानसिक शांति और आध्यात्मिकता का अनुभव कराता है।
  3. ट्रेकिंग:
    • मंदिर तक पहुंचने के लिए जो ट्रेक करना होता है, वह प्रकृति प्रेमियों और साहसिक यात्रियों के लिए आकर्षण का केंद्र है।

कैसे पहुंचे

  1. हवाई मार्ग:
    • निकटतम हवाई अड्डा जॉली ग्रांट, देहरादून (लगभग 190 किमी)।
  2. रेल मार्ग:
    • निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश (लगभग 170 किमी)।
  3. सड़क मार्ग:
    • रुद्रप्रयाग से कंठगांव तक टैक्सी या बस द्वारा पहुंच सकते हैं।

घूमने का सही समय

  • गर्मियां (मार्च-जून): मौसम सुखद होता है।
  • सर्दियां (अक्टूबर-फरवरी): बर्फबारी का अनुभव करने का समय।
  • मानसून (जुलाई-अगस्त): इस समय ट्रेकिंग खतरनाक हो सकती है।

ध्यान रखने योग्य बातें

  1. मौसम के अनुसार कपड़े और ट्रेकिंग के लिए अच्छे जूते पहनें।
  2. ट्रेक के दौरान पानी और प्राथमिक चिकित्सा का सामान साथ रखें।
  3. पर्यावरण को साफ-सुथरा रखने के लिए कचरा न फैलाएं।

कार्तिक स्वामी मंदिर के पास अन्य आकर्षण

  1. तुङ्गनाथ मंदिर: पंचकेदार में सबसे ऊंचा मंदिर।
  2. चोपता: "मिनी स्विट्जरलैंड" के नाम से प्रसिद्ध।
  3. देवरिया ताल: हिमालय की चोटियों का प्रतिबिंब दिखाने वाली खूबसूरत झील।

कार्तिक स्वामी मंदिर धार्मिक और प्राकृतिक सौंदर्य का संगम है। यह स्थान प्रकृति प्रेमियों, ट्रेकिंग उत्साहियों और आध्यात्मिक यात्रियों के लिए एक आदर्श गंतव्य है।



4/sidebar/recent